मृगतृष्णा रेगिस्तान में भटका देती है,यह जानते हैं सब लोग;फिर भी चमक से खिच जाते कुछ लोग,क्या है फिल्म,फैशन,क्लब का सच? उद्योग के रूप में मान्यता लेकर सरकार से सुविधा व पोषण भी पाते हुए अपराध,अनैतिकता व असामाजिकता के प्रशिक्षण केंद्र बन चुके इसके वर्तमान स्वरूप के कारण समाज के मूल्य,आदर्श,परम्पराएँ,अंतिम साँस लेरहे हैं. अपराध का हाथ,'फिफैक्लब' केसाथ.(टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpanh पर इमेल/चैट करें,संपर्क- https://t.me/ydmstm
तिलक संपादक युगदर्पण 9971065525, 9911111611, 9911145678.
YDMS चर्चा समूह
Sorry, the page you were looking for in this blog does not exist.
Sorry, the page you were looking for in this blog does not exist.